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Thursday, September 29, 2011

माँ दुर्गा वंदना



माँ दुर्गा वंदना 

भगवती भगवन की भक्ति करो परवान तुम 

अम्बे कर दो अमर जिसपे हो जाओ मेहरबान तुम 


काली काल के पंजे से तुम ही बचाना आ कर 

गौरी माँ गोदी में बिठाना अपना बालक जानकर 

चिंतपूर्णी माँ चिंता मेरी दूर तुम करती रहो 

लक्ष्मी लाखो भंडारे मेरे तुम भरती रहो माँ 


नैना देवी माँ नैनो की शक्ति को देना तुम बढ़ा माँ 

वैष्णो माँ विषय विकारो से भी लेना तुम बचा माँ 

मंगला मंगल सदा करना भवन दरबार में माँ 

चंडिका माँ चढ़ती रहे मेरी कला इस संसार में 


माँ भद्रकाली भद्र जनो से मिलाना तुम सदा 

ज्वाला माँ मेरी ईर्ष्या मिटाना ये करना कृपा 

चामुंडा माँ चमन पे अपनी दया दृस्टि करो 

माता मान इज्जत व् सुख सम्पति से भंडार भरो 
जय माता दी 

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